‘वायु प्रदूषण से 12 लाख मौतों का दावा गलत’

‘वायु प्रदूषण से 12 लाख मौतों का दावा गलत’

पिछले दिनों एक वैश्विक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में वायु प्रदूषण के कारण 10 लाख से अधिक लोग मारे गए हैं। sehatraag.com ने भी इससे संबंधित खबर प्रकाशित की थी। अब केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि ये रिपोर्ट गलत है। उन्‍होंने कहा है कि इस तरह के अध्ययन केवल ‘दहशत पैदा करने’ पर केंद्रित होते हैं।

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री राष्ट्रीय राजधानी में चांदनी चौक लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं। भाजपा नेता का दावा है कि सरकार प्रदूषण से निपटने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और इस दिशा में आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार का साथ भी देती आई है।

उन्होंने कहा, ‘हम वायु प्रदूषण से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। अच्छे दिनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और बुरे दिन कम होते जा रहे हैं।’ 

हर्षवर्धन ने कहा, ‘जहां तक लाखों लोगों की मौत वाली खबरों की बात है, मैं उससे वास्ता नहीं रखता क्योंकि प्रदूषण से केवल समय से पहले होने वाली बीमारियां या अन्य चीजें हो सकती हैं। हालांकि प्रदूषण का स्वास्थ्य पर असर होता है, लेकिन इस तरह की दहशत की स्थिति पैदा करने और यह कहने कि लाखों लोग मर रहे हैं, मैं इससे सहमत नहीं हूं।’ 

गैर-सरकारी संगठन ‘ग्रीनपीस’ की हालिया रिपोर्ट में विश्व के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली शीर्ष पर थी। गौरतलब है कि ग्रीनपीस पश्चिमी देशों से वित्‍त पोषित एनजीओ है जिसपर अतीत में पश्चिमी देशों के हित साधने के आरोप लगते रहे हैं।

अमेरिका के ‘हेल्थ इफेक्ट्स इंस्‍टीट्यूट’ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में वायु प्रदूषण के कारण 2017 में 12 लाख लोग मारे गए। केन्द्रीय मंत्री ने केंद्र द्वारा शुरू की गई पहलों को रेखांकित करते हुए कहा कि दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए व्यापक अभियान चलाए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘आपको हमारे राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के बारे में पता होगा, जिसे हमने 102 शहरों में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए सक्रिय एवं व्यापक रूप से शुरू किया, जहां पिछले पांच वर्ष में पीएम10 वांछनीय स्तर से काफी अधिक था।’ 

मंत्री ने कहा, ‘आप हमारे ‘ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान’ और अन्य गतिविधियों जैसे धूल शमन तथा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के नियमों के बारे में जानते हैं। हम काफी आक्रामकता से इससे निपट रहे हैं।’ 

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